मंदिर की विशेषता:
मंदिर की विशेषता:


मंदिर में भगवान दक्षिणामूर्ति नंदी पर बैठकर भगवान शिव के बैल वाहन को हिरण पकड़ते हैं, युद्ध –एक चिनमुद्रा के साथ एक कुल्हाड़ी जो दूसरी और दूसरी अंगुलियों को एक साथ रखते हुए एक अंगुली होती है। .

अंगूठे और दूसरी उंगली को एक-दूसरे को छूने के पीछे दर्शन यह है कि जीवात्मा (दूसरी उंगली) परमात्मा (अंगूठे) से जुड़ती है और इस प्रकार अहंकार, भाग्य और भ्रम का प्रतिनिधित्व करने वाली अन्य तीन उंगलियों से दूर रहती है। ये तीनों जीवात्मा को परमात्मा के अंगूठे से दूसरी उंगली खींचते हैं। .





भगवान

राहु भगवान

प्रतीक

पुंरवासु - धनुष

राशि

राशि कटका

मूलावर

श्री अथितेश्वर

अम्मान / थायार

श्री पेरियानायगी

पुराना साल

1000-2000 साल पुराना

शहर

वानींबदी

जिला

वेल्लोर

राज्य

तमिलनाडु

नक्षत्र

देव

अदिति


पता:

श्री अथितेश्वर मंदिर,

वानींबदी – पुराना वानींबडी, वेल्लोर जिला.

फ़ोन: +91 4174 226 652,99941 07395, 93600 55022

खुलने का समय:

मंदिर सुबह 6.30 बजे से सुबह 10.30 बजे तक और शाम 5.00 बजे से खुला रहता है। शाम 7.00 बजे.

समारोह:

अप्रैल-मई में चिथिराई ब्रह्मोत्सव, फरवरी में महाशिवरात्रि–मार्च, और दिसंबर में मार्गाज़ी तिरुवधिरई–जनवरी को भव्य रूप से मंदिर में मनाया जाता है.